भोपाल। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय, भोपाल द्वारा “विश्व सोशल मीडिया दिवस” 30 जून के अवसर पर यूनिसेफ भोपाल के सहयोग से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें आकाशवाणी भोपाल केंद्र सहआयोजक की भूमिका निभा रहा है। यह कार्यक्रम संग्रहालय के शैलकला केंद्र स्थित सभागार में 30 जून 2025, सोमवार को अपराह्न 3:00 बजे आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य आधुनिक समाज में सोशल मीडिया की भूमिका—(सामाजिक, तकनीकी और सांस्कृतिक) पर सारगर्भित चर्चा करना है। कार्यक्रम में भोपाल शहर के प्रतिष्ठित सोशल मीडिया विशेषज्ञ, इन्फ्लुएंसर्स, कंटेंट क्रिएटर्स तथा डिजिटल नवाचार के क्षेत्र से जुड़े प्रतिभागी भाग लेंगे। वे अपने अनुभव साझा करेंगे कि कैसे सोशल मीडिया आज सूचना के प्रसार, जनजागरूकता, बाल अधिकार, पोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण और प्रचार-प्रसार का सशक्त माध्यम बन चुका है।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:
-इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय की परिचयात्मक फिल्म का प्रदर्शन
– यूनिसेफ द्वारा एक विशेष प्रेजेंटेशन
-सोशल मीडिया के तकनीकी पहलुओं पर चर्चा — डिजिटल नैतिकता, फेक न्यूज़ और विश्वसनीय जनसंचार
-संग्रहालय के परिसर में स्थित पूरा पाषाण कालीन प्रसिद्ध रॉक आर्ट (शैलचित्र) शेल्टर, का भ्रमण, जिससे प्रतिभागी भारत की प्राचीन संवाद परंपराओं को समझ सकें
इस अवसर पर यूनिसेफ भोपाल के वरिष्ठ प्रतिनिधि डॉ. अनिल गुलाटी (संचार विशेषज्ञ) ,आकाशवाणी भोपाल से डॉ. राजेश भट्ट, सोशल मीडिया विशेषज्ञ सुश्री शिवाजी राजपूत, न्यूट्रिशन विशेषज्ञ सुश्री पुष्पा अवस्थी, संग्रहालय के निदेशक प्रो. अमिताभ पांडे, अन्य अतिथिगण तथा आमंत्रित वक्ता उपस्थित रहेंगे।
मानव संग्रहालय के अधिकारी, कर्मचारी, आमंत्रित दर्शक और डिजिटल मीडिया से जुड़े प्रतिभागी इस आयोजन में सहभागिता करेंगे।
इस संदर्भ में जनसंपर्क अधिकारी श्री हेमंत बहादुर सिंह परिहार ने बताया कि –“यह आयोजन न केवल वर्ल्ड सोशल मीडिया डे मनाने का उत्सव है, बल्कि यह एक गंभीर संवाद का मंच भी है, जो यह दर्शाता है कि किस प्रकार सोशल मीडिया जैसी डिजिटल तकनीक को पारंपरिक सांस्कृतिक विरासत के प्रचार प्रसार के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।”










