भोपाल। जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय के सभागार में 29 जून 2025, रविवार को शाम 7:00 बजे कोरकू जनजाति के प्रकृति प्रेमी और वीर राजा भभूत सिंह के अवदान पर आधारित एक विशेष सांगीतिक प्रस्तुति एवं कोरकू जनजाति के गदली एवं थापटी नृत्य का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन महाराजा विक्रमादित्यट शोधपीठ एवं मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने कहा कि राजा भभूत सिंह कोरकू जनजाति के ऐसे नायक रहे हैं जिन्होंने अपने जीवन में प्रकृति और मानव के सहअस्तित्व को सर्वोच्च स्थान दिया। उनका पर्यावरण संरक्षण एवं ब्रिटिश उपनिवेशवाद के खिलाफ संघर्ष हमारे लिए प्रेरणा स्रोत है। प्रकृति पुत्र भभूत सिंह की स्मृति में उनके जीवन पर एकाग्र सांगीतिक प्रस्तुति का आयोजन भोपाल के मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय में किया जा रहा है। यह प्रस्तुति वरिष्ठ रंगकर्मी राजीव सिंह एवं दल द्वारा तैयार की गयी है। इस अवसर पर कोरकू जनजाति के गदली एवं थापटी नृत्य भी होगा। मुझे विश्वास है कि यह कार्यक्रम कोरकू परंपरा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जीवंत करेगा।










