भारत अपनी रक्षा जरूरतों को खुद पूरा करने के लिए आत्मनिर्भर बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इसी लक्ष्य को हासिल करने में उत्तर प्रदेश की बड़ी भूमिका बन रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में अब तक करीब 30,000 करोड़ रुपये के 170 एमओयू साइन किए जा चुके हैं। इससे लगभग 50,000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
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Toggle57 कंपनियों को जमीन, कई प्रोजेक्ट शुरू
अब तक 57 निवेशकों को जमीन आवंटित की गई है, जिनमें से कई ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। ये कंपनियां अब तक 9462 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर चुकी हैं, जिससे 13,736 लोगों को सीधा रोजगार मिलेगा। पहला भूमि पट्टा जून 2021 में दिया गया था, और सिर्फ चार साल में कॉरिडोर में तेज़ी से विकास हुआ है।
रक्षा उत्पादन और युवाओं के लिए रोजगार
यह प्रोजेक्ट सिर्फ रक्षा उत्पादन को बढ़ावा नहीं दे रहा, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा कर रहा है। यहां बनने वाले रक्षा उपकरण भारतीय सेना की ज़रूरतों को पूरा करेंगे, जिससे आयात पर निर्भरता घटेगी और ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ को मजबूती मिलेगी।
यूपी डिफेंस कॉरिडोर के छह प्रमुख नोड्स:
झांसी: गोला-बारूद और हथियारों का निर्माण केंद्र
झांसी नोड में 16 कंपनियों को 531 हेक्टेयर जमीन दी गई है। यहां 4372 करोड़ रुपये का निवेश और 2928 लोगों को रोजगार मिलने वाला है। यहां विस्फोटक, प्रणोदन प्रणाली, और छोटे हथियारों के मोबाइल प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे।
कानपुर: बुलेटप्रूफ जैकेट और छोटे हथियार
कानपुर में 5 कंपनियों को 210 हेक्टेयर भूमि मिली है। यह नोड 1758 करोड़ रुपये का निवेश और 2200 नौकरियों का स्रोत बनेगा। यहां बुलेटप्रूफ जैकेट, डिफेंस कपड़े और गोला-बारूद का उत्पादन होगा।
अलीगढ़: ड्रोन टेक्नोलॉजी का नया हब
अलीगढ़ नोड में 24 कंपनियों को 64 हेक्टेयर भूमि मिली है। यहां 1921 करोड़ रुपये का निवेश होगा और 5618 लोगों को रोजगार मिलेगा। यह क्षेत्र ड्रोन, काउंटर-ड्रोन, सटीक उपकरण और छोटे हथियारों के लिए उभरता केंद्र बन रहा है।
लखनऊ: ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण केंद्र
लखनऊ नोड में 12 कंपनियों, जिनमें ब्रह्मोस एयरोस्पेस शामिल है, को 117 हेक्टेयर भूमि दी गई है। यहां 1411 करोड़ रुपये का निवेश होगा और 2930 लोगों को नौकरी मिलेगी। लखनऊ में ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल और अन्य रक्षा उत्पादों का निर्माण होगा।
आगरा और चित्रकूट: जल्द शुरू होंगे नए प्रोजेक्ट
सरकार आगरा और चित्रकूट में भी उद्योग लगाने की प्रक्रिया तेज कर रही है। जल्द ही वहां भी भूमि आवंटन और निर्माण कार्य शुरू होगा।










